लेकिन जब-जब करीब से देखागलते देखा, तपते देखा लेकिन जब-जब करीब से देखागलते देखा, तपते देखा
वो भेंट ...एक मुलाकात हैं मेरी 'अकुशल कारीगर' से जिसको लगता तो है की वो सबकुछ कर रहा है पर वो गलत है... वो भेंट ...एक मुलाकात हैं मेरी 'अकुशल कारीगर' से जिसको लगता तो है की वो सबकुछ कर...
एक बेटी, एक औरत, एक मॉं....सभी की कहानी।कहानी?? या हक़ीक़त? कुछ मेरी, कुछ सब की!! एक बेटी, एक औरत, एक मॉं....सभी की कहानी।कहानी?? या हक़ीक़त? कुछ मेरी, कुछ सब की!...
तोड़ रिश्ते तो हम भी सारे आए थे फिर कच्ची कहाँ डोर पड़ गयी वादा तो चांदनी का था अँधेरे का नहीं। तोड़ रिश्ते तो हम भी सारे आए थे फिर कच्ची कहाँ डोर पड़ गयी वादा तो चांदनी का था अँ...
अपनी पत्नी को छोड़कर, दूसरी स्त्री को अपनाना धर्म विरूद्ध है ! अपनी पत्नी को छोड़कर, दूसरी स्त्री को अपनाना धर्म विरूद्ध है !
नीलिमा को अपने उपन्यास " भूख " के खलनायक पात्र का स्मरण हो आया। नीलिमा को अपने उपन्यास " भूख " के खलनायक पात्र का स्मरण हो आया।